Moringa oleifera

 सहजन का वृक्ष

Common Name -: सहजन

Botanical Name -: Moringa oleifera

Kingdom -: Plantae

Order -: Brassicales

Family -: Moringaceae

Other Common Names -: सहजन, सहजना, सैजन, मुनगा, शोभाञ्जन, शिग्रु, तीक्ष्णगन्ध, अक्षीव, मोचक, सौभाञ्जन, Drum stick tree, Indian horse radish, Horse radish tree आदि।

सामान्य जानकारी -:  सहजन एक प्रकार का पौधा है जो हमारे खान-पान और सेहत में बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसे ‘मोरिंगा’ या ‘ड्रमस्टिक’ नाम से भी जाना जाता है। सहजन का पौधा लगभग 10 मीटर तक ऊंचा होता है। इसकी पत्तियां हरी-भरी और फलियां लंबी होती हैं। 

यह पौधा धूप में अच्छी तरह से उगता है और इसके हर हिस्से को खाने या औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है। सहजन का तेल, पत्तियां, फूल और फलियां – सभी का उपयोग किया जाता है और इसमें सेहत के लिए कई फायदे होते हैं। इसलिए, सहजन को ‘नेचर की फार्मेसी’ कहा जाता है। इसके अलावा, इसे आसानी से भारत के अधिकांश भागों में पाया जाता है।”

सहजन, जिसे ‘मोरिंगा’ भी कहा जाता है, का इतिहास बहुत प्राचीन है। इसे विश्व भर में एक महत्वपूर्ण औषधीय पौधा माना जाता है। अनुमान लगाया जाता है कि सहजन की खेती और इसका उपयोग प्राचीन समय से ही हुआ करता था।

वेदों और अन्य प्राचीन ग्रंथों में भी सहजन का उल्लेख है। इसे भारत में औषधीय गुणों के लिए प्रयोग किया जाता था, जैसे की त्वचा की समस्याओं, संक्रमण, और पाचन संबंधित समस्याओं के लिए। भारत के अलावा, अफ्रीका, अरब, और फिलीपींस में भी सहजन का पौधा उगाया जाता है और उसके फायदों का लाभ उठाया जाता है। आजकल, वैज्ञानिक अनुसंधान के माध्यम से भी सहजन के अनेक औषधीय गुणों की पुष्टि हुई है।

सहजन के तेल, बीज, पत्तियों, और फलियों का उपयोग खाद्य और औषधीय प्रयोजनों के लिए होता है। इसके अलावा, यह पौधा भी एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सवों में।


औषधीय गुण -: सहजन का उपयोग एक औषधि के रूप में भी किया जाता है। केवल सहजन (moringa) के फल की ही नहीं बल्कि सहजन के पत्ते, छाल आदि का इस्तेमाल भी बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है। सहजन की छाल और पत्तों का लेप जलन कम करने वाला, सूजन नाशक और फोड़ों को नष्ट करने वाला है। सहजन के बीज का तेल दर्दनिवारक और सूजननाशक है। 


औषधीय उपयोग -: 

1. पोषण समृद्धि के लिए -: सहजन के पत्तों, फलों, और बीजों का सेवन करना पोषण को समृद्धि प्रदान कर सकता है। इसमें विटामिन, खनिज, प्रोटीन, और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो सेहत के लिए लाभकारी होते हैं।

2. इम्यून सिस्टम को मजबूती के लिए -: सहजन में मौजूद विटामिन C और अन्य औषधीय तत्व इम्यून सिस्टम को मजबूत कर सकते हैं, जिससे रोगों से लड़ने में मदद हो सकती है।

3. शुगर कंट्रोल के लिए -: कुछ अध्ययनों के अनुसार, सहजन का सेवन शुगर को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है।

4. आंतिकुपोषण का समर्थन -: सहजन का सेवन आंतिकुपोषण को दूर करने और शरीर को सही पोषण प्रदान करने में मदद कर सकता है।

5. त्वचा के लिए -: सहजन का तेल त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकता है, और इसका लिप बाम बनाने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है।

6. नींद की सुधारणा -: सहजन पत्तियों का चाय या सुप लेने से नींद में सुधार हो सकती है।


Creater :- Akash Bhanver (B.sc 3rd year bio.)

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