Pongamia pinnata

 करंज का पेड़

Common Name -:  करंज का पेड़
Botanical Name -: Pongamia pinnata
Kingdom -: Plantae
Order -: Fabales
Family -: Fabaceae
Other Common Names -: Indian beech and Pongame oiltree.

सामान्य जानकारी -: करंज का पेड़ भारत में पाया जाने वाला एक मुख्य पौधा है। करंज के पौधे में बहुत सारे औषधीय गुण होते हैं, जो हमारे कई सारे रोगों को ठीक करते हैं। करंज का पौधा करीब 10 से 15 मीटर ऊंचा होता है। करंज का पौधा सड़कों के किनारे, जंगलों में आसानी से देखने के लिए मिल जाता है। करंज के पौधे में अप्रैल माह में नई पत्तियां आती हैं और इसमें छोटे-छोटे फूल लगते हैं, जो बहुत ही सुंदर लगते हैं। करंज के फूल सफेद कलर के रहते हैं। फूल में हल्का बैगनी और गुलाबी कलर देखने के लिए मिलता है। करंज के फूल छोटे-छोटे रहते हैं और गुच्छों में लगते हैं। करंज के फूल की कली भूरे कलर की रहती है। करंज के फल भी लगते हैं। करंज के फल प्रारंभिक अवस्था में हरे कलर के रहते हैं और पकने के बाद, यह भूरे कलर के हो जाते हैं। 

करंज के पेड़ के प्रत्येक भाग का औषधीय रूप में उपयोग किया जाता है। करंज का फल पकने के बाद, बहुत कड़ा हो जाता है। करंज के फल के अंदर इसका बीज देखने के लिए मिलता है। करंज के बीज का तेल निकाला जाता है। करंज के बीज का तेल का उपयोग बहुत सारे रोगों में किया जाता है। करंज का उपयोग मुख्य रूप से फोड़े, फुंसी, चर्म रोग में किया जाता है। करंज का पौधा और भी बहुत सारे रोगों को दूर करने में सक्षम है।

औषधीय गुण -: करंज का पेड़ भारत में पाया जाने वाला एक मुख्य पेड़ है। करंज का पेड़ में बहुत सारे औषधीय गुण रहते हैं। करंज के पेड़ के सभी भाग औषधीय रूप से उपयोग किए जाते हैं। करंज के पेड़ के बीज, फूल, जड़, टहनी, पत्ती एवं तना सभी उपयोगी रहते हैं। करंज की लकड़ियों को जलाने से मच्छरों को भगाने का काम करती है। आप करंज की लकड़ियों को जलाकर मच्छरों से बच सकते हैं। करंज के उपयोग से खुजली, त्वचा विकार और गंजापन में बहुत फायदा होता है। 


औषधीय उपयोग -: 
  1. करंज के पत्तों का उपयोग खुजली के रोग को दूर करने के लिए किया जाता है।
  2. गंजेपन को दूर करने के लिए करंज के तेल का उपयोग किया जा सकता है।
  3. करंज के बीज का प्रयोग आंखों से संबंधित रोगों के लिए किया जा सकता है।
  4. चेहरे की चमकती त्वचा के लिए करंज के बीजों का प्रयोग किया जा सकता है।
  5. दांत के दर्द में करंज का उपयोग किया जा सकता है। आप करंज के पंचांग का उपयोग कर सकते हैं।
  6. गठिया की बीमारी में करंज के बीजों का प्रयोग किया जा सकता है।
  7. मूत्र रोग में करंज के फूलों का प्रयोग किया जा सकता है।
  8. बाबासीर में करंज के पत्तों का उपयोग किया जा सकता है।


Creater :- Akash Bhanver (B.sc 3rd year bio.)

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