- Get link
- X
- Other Apps
- Get link
- X
- Other Apps
सीताफल का वृक्ष
Common Name -: सीताफल
Botanical Name -: Annona squamosa
Kingdom -: Plantae
Order -: Magnoliales
Family -: Annonaceae
Other Common Names -: शरीफा, सीताफल, गात्र, कृष्णबीज, जानकी फल, गण्डगात्र, सीताफल, कृष्णफल, जानकीफल, आतुप्य, Custard apple, Sweet soap of America, Sugar apple आदि।
सामान्य जानकारी -: शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) का वैज्ञानिक नाम एनोना स्क्वैमोसा है। इसका संबंध एनोनेसी परिवार से है। यह मूल रूप से उष्णकटिबंधीय (ट्रॉपिकल) अमेरिका और भारत से है और इसका पेड़ छोटा सा होता है। यह दुनिया भर में वितरित (डिस्ट्रीब्यूट) किया जाता है और यह दक्षिण और मध्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका में पाया जाता है और अब इसकी खेती फिलीपींस, एशिया और वेस्ट इंडीज़ में की जाती है।
माना जाता है कि इसके पेड़ का उपयोग कई उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है और इसके फल को खाया जा सकता है। इसका फल 20-30 खंडों (सेगमेंट) में बंटा होता है जिसमें सफेद गूदा होता है। हर खंड में गूदे के अंदर कठोर, चमकदार भूरा-काला बीज होता है। इस पौधे के मुख्य भाग हैं इसका फल, पत्तियां, बीज, जड़ और छाल, और इन सभी का इस्तेमाल अलग-अलग रोगों के इलाज में किया जाता है और इसमें औषधीय और न्यूट्रास्युटिकल गुण भी होते हैं। शरीफा फल (कस्टर्ड एप्पल) को सीताफल, श्रीफल और कृष्णगुरु के नाम से भी जाना जाता है।
सीताफल (shareefa fruit) को शरीफा भी कहते हैं। इसका फल गोल होता है। फल के अंदर का हिस्सा मांसल, या गुदायुक्त होता है। सीताफल के बीज चिकने, चमकीले, भूरे-काले रंग के होते हैं। जब सीताफल कच्ची अवस्था में होता है, तो यह थोड़ा पीला, और हरा रंग का होता है। यह आम फलों की तरह ही एक स्वादिष्ट फल है, जिसको लोग बड़ी पसंद से खाते हैं। सीताफल का इस्तेमाल कफ दोष को ठीक करने के लिए, खून की मात्रा को बढ़ाने के लिए, उल्टी, दांतों के दर्द से आराम पाने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही इसका प्रयोग अन्य रोगों में भी होता है।
सीताफल (शरीफा) के उपयोगी भाग -:
- सीताफल के पत्ते
- सीताफल की छाल
- शरीफा की जड़
- शरीफा के बीज
सीताफल के औषधीय गुण -: कई शोधों से यह साबित होता है कि शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) के फल, पत्ते, बीज, छाल, तने, जड़ और टहनियों में पारंपरिक औषधीय गुण होते हैं। शरीफा के चिकित्सीय गुण निम्नलिखित हैं:
- इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट क्षमता हो सकती है।
- इसमें मलेरिया से लड़ने (एंटी-मलेरिया) की क्षमता हो सकती है।
- एंटी-इंफ्लेमेटरी क्षमता हो सकती है।
- इसमें एंटी-माइक्रोबियल क्षमता हो सकती है।
- यह एंटी-पायरेटिक हो सकता है।
सीताफल के औषधीय उपयोग -:
- दस्त रोकने में उपयोगी है।
- मधुमेह नियंत्रित करने में उपयोगी है।
- बालों से जुएं हटाने में सहायक है।
- सर्दी वाले बुखार को ठीक करता है।
- सीताफल आंखों के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
- सीताफल अस्थमा के मरीजों के लिए फायदेमंद होता हैं।
- रोम छिद्र की बीमारी में शरीफा के उपयोग से फायदा होता हैं।
- ठंड लगकर बुखार आता हो, तो सीताफल (seetafal) के तीन पत्तों को नमक के साथ पीसकर पेस्ट बना लें। इसका सेवन करें। इससे सर्दी वाला बुखार ठीक होता है।
- सीताफल के सेवन से होती है कफ की बीमारी ठीक हो जाती हैं।
- गांठ की परेशानी में शरीफा का उपयोग किया जाता हैं।
Creator - Vinita Uikey ( B.Sc. 3rd Year )
Comments
Post a Comment