Murraya koenigii

मीठी नीम  का वृक्ष


सामान्य नाम   -  मीठी नीम

Botanical Name -: Murraya koenigii 

Kingdom -: Plantae 

Order - : Sapindales 

Family  -: Rutaceae

Other Common Names -:  Murraya koenigii, करी वृक्ष, कढ़ी पत्ता, मीठा नीम, करी पत्ता, कटनीम, गिरिनिम्ब, पर्वत निम्ब


सामान्य जानकारी :-  मीठा नीम, एक उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय पेड़ है, जो एशिया का मूल निवासी हैं। यह एक छोटा वृक्ष है। करी पत्ता का वृक्ष लगभग 4-5 मीटर ऊंचा, सुगन्धित और छोटा वृक्ष होता है। इसके तने की छाल चिकनी गहरे भूरे रंग की होती है। इसके फूल सफेद रंग के और सुगन्धित होते हैं। इसके फल 2.5 सेमी लम्बे, 0.8 सेमी चौड़े, झुर्रीदार होते है। फल पकने पर बैंगनी रंग के हो जाते हैं। हर फल में प्रायः दो बीज होते हैं। इसके बीजों और पत्तों से एक सुगन्धित तेल निकाला जाता है। इस तेल को मिलाकर कई तरह के तेल तैयार किए जाते हैं।


मीठा नीम का उपयोग भारत में बहुत साल पहले से किया जा रहा है। इसके गीले और सूखे पत्तों को घी या तेल में तल कर कढ़ी या साग आदि में छौंक लगाने से भोजन अति स्वादिष्ट, सुंधित हो जाते हैं। करी पत्ता के पत्तों को दाल में छौंक देने से दाल स्वादिष्ट बन जाती है। करी पत्ता को चने के बेसन में मिलाकर पकौड़ी बनाई जाती है।


सामान्य उपयोग -: 

मीठी नीम (करी पत्ता) के पत्तों का प्रयोग खाद्य पदार्थों में छौंक लगाने के लिए किया जाता है।

आम, इमली आदि के साथ इसके पत्तों को पीसकर बनाई गई चटनी अत्यन्त स्वादिष्ट व सुगन्धित होती है।

मीठी नीम के पत्तों को नारियल तेल में डालकर कुछ दिनों तक धूप में रखने से तेल सुगन्धित हो जाता है।

इसकी ताजी पत्तियां भारतीय व्यंजनों और भारतीय पारंपरिक औषधियों का एक अनिवार्य हिस्सा है।

करी पत्तों को मसाला डोसा, दक्षिण भारतीय आलु से भरे क्रेप्स में स्वाद बढ़ाने के लिए भी मिलाया जाता है, जो हल्के प्रोबायोटिक, किण्वित दाल और चावल के घोल से बनाया जाता हैं।

इसकी ताजी पत्तियों को दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया के व्यंजनों में मसाला के रूप में महत्व दिया जाता हैं।


मीठा नीम के औषधीय गुण -: 

मीठी नीम कटु, तिक्त, कषाय, शीत, लघु, पित्तशामक, कण्ठ्य और संज्ञास्थापक होती है। इसके पत्ते और जड़ की छाल वमनरोधी, वातानुलोमक, आमाशयिक सक्रियतावर्धक, जीवाणुरोधी, बलकारक होती है। इसके पत्ते का काढ़ा शीत, लघु; अतिसाररोधी और प्रवाहिकारोधी होता है।


Creator - Mamta Uikey ( B.Sc. 3rd Year )


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