Punica granatum

 अनार का वृक्ष

सामान्य नाम - अनार 

Binomial name - Punica granatum 

kingdom - Plantae

Order - Myrtales 

Family - Lythraceae 

Other Common Names - दाड़िम, दाडिम, करक, रक्तपुष्पक, लोहितपुष्पक, दलन, ऐपल ऑफ ग्रेनाडा, पोमग्रेनेट आदि।


सामान्य जानकारी -: अनार उपोष्ण जलवायु का पौधा है। यह अर्द्ध शुष्क जलवायु में अच्छी तरह उगाया जा सकता है। फलों के विकास एवं पकने के समय गर्म एवं शुष्क जलवायु की आवश्यकता होती है। लम्बे समय तक उच्च तापमान रहने से फलों में मिठास बढ़ती है। आर्द्र जलवायु से फलों की गुणवत्ता प्रभावित होती है एवं फफूँद जनक रोगों का प्रकोप बढ़ जाता है। इसकी खेती समुद्रतल से 500 मीटर से अधिक ऊंचे स्थानों पर की जा सकती है।

भारत में अनार की खेती मुख्य रूप से महाराष्ट्र में की जाती है। राजस्थान, उत्तरप्रदेश, आन्द्रप्रदेश, हरियाणा, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात में छोटे स्तर में इसके बगीचें देखे जा सकते हैं। इसका रस स्वादिष्ट तथा औषधिय गुणों से भरपूर होता है। भारत में अनार का क्षेत्रफल 113.2 हजार हेक्टेयर, उत्पादन 745 हजार मेट्रिक टन एवं उत्पादकता 6.60 मेट्रिक टन प्रति हेक्टेयर है।

अनार नान-क्लामेट्रिक फल है जब फल पूर्ण रूप से पक जाये तभी पौंधे से तोड़ना चाहिए। पौधों में फल सेट होने के बाद 120-130 दिन बाद तुड़ाई के तैयार हो जाते हैं। पके फल पीलापन लिए लाल हो जाते हैं।

पौधे रोपण के 2-3 वर्ष पश्चात फलना प्रारम्भ कर देते हैं। लेकिन व्यावसायिक रूप से उत्पादन रोपण के 4-5 वर्षों बाद ही लेना चाहिए। अच्छी तरह से विकसित पौधा 60-80 फल प्रति वर्ष 25-30 वर्षो तक देता है।


उपयोग:-

1. ग्रेनाडाइन सिरप मूल रूप से गाढ़े और मीठे अनार के रस से बना होता हैं। अब यह आमतौर पर विभिन्न जामुन, साइट्रिक एसिड और खाद्य रंगों पर आधारित सिरप का बिक्री नाम है, जिसका उपयोग मुख्य रूप से कॉकटेल मिश्रण में किया जाता है।

2. अनार के बीजों का उपयोग मसाले के रूप में किया जाता है। जिसे अनार दाना के रूप में जाना जाता हैं।

3. कुछ प्राकृ‌तिक विशिष्ट खाद्य बाजारों में पाए जाने वाले सूखे अनार के बीजों में अभी भी कुछ अवशिष्ट पानी होता है, जो प्राकृतिक मीठा और तीखा स्वाद बनाए रखता हैं।

4. सूखे बीजों का उपयोग कई पाक अनुप्रयोगों में किया जा सकता है जैसे ट्रेल मिक्ल, ग्रेनोला बार, या सलाद, दही, या आइसक्रीम के लिए टॉपिंग के रूप में।

5. काकेशस में अनार का उपयोग मुख्य रूप से जूस के लिए किया जाता है। अज़रबैजान में, अनार के रस की चटनी आमतौर पर मछली के साथ परोसी जाती हैं।

6. पिसे हुए अनारदाने का उपयोग किया जाता है जिसके परिणामस्वरूप व्यंजनों में गहरा स्वाद आता है और बीज दांतों में फंसने से बचते हैं।


अनार के औषधीय उपयोग -:

  • बच्चों को बार-बार प्यास लगती है तो कराएं अनार का सेवन ,
  • अनार के सेवन से एनीमिया और पीलिया में फायदा,
  • अनार के सेवन से दस्त पर रोक ,
  • अनार का प्रयोग कर बच्चों की दस्त पर रोक ,
  • पेट में कीड़े होने पर करें अनार का सेवन ,
  • अनार का इस्तेमाल कर गंजेपन का इलाज,
  • चेहरे के दाग-धब्बों की परेशानी में अनार का प्रयोग ,
  • मुंह के छाले की समस्या में अनार का उपयोग ,
  • हाथ-पांव की सूजन में अनार का उपयोग ,
  • त्वचा रोग में अनार के इस्तेमाल से फायदा ,
  • स्तनों को सुडौल बनाने के लिए अनार का इस्तेमाल, 
  • बच्चों के सूखा रोग (रिकेट्स) में अनार का उपयोग ,
  • अनार के इस्तेमाल से हिचकी का इलाज, 
  • नींद ना आने (अनिद्रा) की परेशानी में अनार से लाभ ,
  • नाखून विकार में अनार से फायदा ,
  • घाव सुखाने के लिए अनार का प्रयोग ,
  • सिर दर्द से राहत पाने के लिए अनार का प्रयोग ,
  • दांत के दर्द में अनार का सेवन लाभदायक ,
  • अनार के सेवन से मसूड़ों से खून और पीव आने की बीमारी में लाभ ,
  • नाक-कान के दर्द में अनार का इस्तेमाल ,
  • नाक से खून बहने की समस्या में अनार का इस्तेमाल ,
  • अनार का प्रयोग कर कान के दर्द से आराम ,
  • कंठ रोग में अनार का सेवन लाभदायक ,
  • आंखों के रोग में अनार से फायदा ,
  • मोतियाबिन्द में फायदेमंद अनार का इस्तेमाल ,
  • भूख बढ़ाने के लिए अनार का प्रयोग फायदेमंद,
  • अपच की समस्या में अनार का इस्तेमाल ,
  • पाचनतंत्र विकार में अनार से लाभ ,
  • हैजा में अनार से लाभ ,
  • अनार के प्रयोग से खांसी और दमा में लाभ ,
  • अनार के प्रयोग से गर्भपात की समस्या में फायदा ,
  • ल्यूकोरिया में अनार के उपयोग से लाभ ,
  • सुजाक में अनार के उपयोग से लाभ,
  • गर्भाशय भ्रंश (गर्भाशय के खिसकने) में फायदेमंद अनार का इस्तेमाल,
  • अनार के उपयोग से हिस्टीरिया रोग में फायदा ,
  • अनार के उपयोग से सिफलिस रोग में फायदा ,
  • अनार के गुण से टाइफाइड का इलाज ,
  • अनार के गुण से मूत्र संबंधित रोगों का इलाज ,
  • बवासीर में अनार के औषधीय गुण से लाभ ,
  • अनार के औषधीय गुण से खूनी बवासीर का इलाज ,
  • अनार के इस्तेमाल से गुदाभ्रंश रोग में फायदा,
  • उल्टी रोकने के लिए अनार का प्रयोग ,
  • अनार के उपयोग से खून की उल्टी की बीमारी में लाभ ,
  • फेफड़ों के रोग में अनार के गुण से फायदा ,
  • अनार के गुण से टीबी रोग में फायदा ,
  • हृदय रोग में अनार के औषधीय गुण से फायदा ।
Creator - Mamta Uikey ( B.Sc. 3rd Year )

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