Vachellia nilotica

 बबूल का वृक्ष

Common Name -: बबूल या कीकर

Botanical Name -: Vachellia nilotica

Kingdom -: Plantae

Order -: Fabales

Family -: Fabaceae

Other Common Names -: बबूर, बबूल, कीकर, गम अरेबिक ट्री, इण्डियन अरेबिक ट्री, बब्बूल, किङिकरात, सपीतक, आभा, युग्मकण्टक, दृढारूह, सूक्ष्मपत्ते, मालाफल, ब्लैक बबूल आदि।


सामान्य जानकारी -: औषधि के रूप में बबूल का इस्तेमाल बहुत सालों से किया जा रहा है। इसकी पत्तियां बहुत छोटी होती हैं। इस पेड़ में कांटे होते हैं। गर्मी के मौसम में बबूल के पेड़ पर पीले रंग के गोलाकार गुच्छों में फूल खिलते हैं और ठंड के मौसम में फलियां आती हैं। बबूल की छाल और गोंद का व्यवसाय किया जाता है। इसकी निम्नलिखित प्रजातियां भी पाई जाती हैं जिनका प्रयोग चिकित्सा के लिए किया जाता है।

त्रिकंटकी, श्वेत खदिरी -: यह बबूल की प्रजाति का और बबूल की तरह दिखने वाला पेड़ है। यह छोटा, वृक्ष होता है जिसमें कांटे होते हैं। इसकी छाल पतली तथा गहरे भूरे रंग के होते हैं तथा पुराने हो जाने पर काले रंग के हो जाते हैं। इसके पौधे से निर्यास निकलता है जिसका प्रयोग चिकित्सा के लिए किया जाता है।

क्षुद्र बर्बुर, क्षुद्र किंकिरात -: यह लम्बा, झाड़ीदार और कांटे वाला वृक्ष होता है। इसके कांटे लम्बे तथा तीखे हैं। इसके पत्ते बबूल के पत्तों जैसे लेकिन उससे कुछ बड़े और गहरे हरे रंग के होते है। इसके फूल पीले वर्ण के होते हैं। इसकी फलियां लम्बी होती हैं। फलियां कच्ची अवस्था में हरे रंग की, चपटी तथा मुड़ी हुई होती हैं।


औषधीय उपयोग -:  आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी-बूटियां और पेड़-पौधे हैं, जिन्हें स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी फायदेमंद माना जाता है। इन्हीं में से एक है बबूल का पेड़ (Babool tree)। बबूल के पेड़ को स्वास्थ्य के लिहाज से खास उपयोगी माना जाता है। बबूल मुंह के साथ ही कई अन्य तरह की समस्याओं को भी दूर करने में मददगार है। बबूल की पत्तियां, गोंद, फली और छाल सभी हिस्सों का इस्तेमाल स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। बबूल की फली सिरदर्द, घुटनों के दर्द को दूर करने के साथ ही दूसरी तरह की परेशानियों को भी ठीक करने में मदद करता है। आयुर्वेद में बबूल की फली को काफी महत्वपूर्ण माना गया है। बबूल की फली का इस्तेमाल पावडर के रूप में किया जाए, तो यह औषधि की तरह कार्य करता है। बबूल की पत्तियां बहुत छोटी होती हैं। इस पेड़ पर कांटे भी होते हैं। इस पेड़ पर फली लगते हैं। बबूल की छाल और पत्तियों की तरह की इसकी फली भी काफी फायदेमंद होती है। बबूल की फली पोषक तत्वों से भरपूर होती है। यह फली विटामिंस और मिनरल्स से भरपूर होती है। 


Creator - Arjun Gaangole ( B.Sc. 3rd Year )

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